वो रात... जिसने बदल दी भारत की तकदीर और तस्वीर। कुछ दिन पहले स्वतंत्रता के लिए हिन्दू और मुस्लिम एक साथ अंग्रेजों की लाठियां खा रहे थे वो बंटवारे में एक दूसरे के खून के प्यासे थे।
बंटवारे से दो देशों का जन्म तो हुआ लेकिन इंसानियत बेमौत मारी गई। इतिहास की दहलीज पर खड़ा बंटवारा सब कुछ बांटता चला गया। कहीं जमीन का बंटवारा हुआ तो कहीं इंसान का...
लेकिन सबसे ज्यादा जिसने गहरा जख्म दिया उसे इस एकांकी के जरिये दर्शाया गया है। इस एकांकी ने चम्बा कॉलेज की टीम को यूथ फेस्टिवल में चैंपियन बना दिया। चम्बा कॉलेज ने ऐसा जोरदार अभिनय किया जिससे हर कोई खड़े होकर ताली बजाने पर मजबूर हो गया।
इस एकांकी में जिन लोगों ने अभिनय किया उनके व किरदारों का नाम निम्न प्रकार है।
अभिनय
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अरुण राजपूत .... जुम्मन
पंकज भारद्वाज .... राज
अभिषेक ............... ननकू
शिल्पा .............. सैदा
राशिश .............. बख्तावर
अंजली ............. नूरा
करिश्मा ............ रानो
निर्देशक..... संजय पारखी
इंचार्ज ....... डॉ संतोष
चम्बा कॉलेज के इन छात्रों ने जिस अंदाज से अभिनय किया और उन किरदारों को निभाया उससे हर कोई इनके अभिनय का कायल हो गया। वो रात नाम की इस एकांकी को तैयार करने और निर्देशन का काम किया डॉ संतोष व संजय पारखी जी ने। दोनों ने कुशल निर्देशन से इस एकांकी में जान डाल दी
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