भोले चरणीय आराधना के अमृत बोल
हड़ताल मृदंग हहुकट हाकट
धाकट धिकट नाद धरे
द्रह द्राह दिदिकट विकट दोकट
फट फरंगत फेर फरे
धधडे नग धोम धधाकट धीकट
चैंघट घोर कृताल धरे
परमेश्वर मोज धरी पशुपालण
काम परजालण नाच करे जी
काम परजालण नाच करे, शम्भू..
सरणाई सेंसाट अपार छटा
चहु थाट नगाराय चोब रडे
करताल थपाट झपाट कटाकर
ढोल धमाकट मेर पडे
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